Thursday, July 15, 2010


श्रद्धांजलि
जाने माने इतिहासकार डॉ सूरजभान नहीं रहे
१४ जुलाई को शाम लगभग सात बजे प्रोफसर सूरजभान का निधन हो गया वे पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे डॉ सूरजभान का जन्म एक मार्च 1931 को गांव आसोदा जिला झज्ज में हुआ था वे १९९१ में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से विभागध्यक्ष एवम डीन ऑफ़ इंडिक के पद से सेवानिवृत हुए प्रोफसर सूरजभान हरयाणा में पिछले बीस-पचीस साल से समाज सुधार के कार्यों में लगे हुए थे उन्होंने हरयाणा में सरस्वती और दृषद्वती के मैदान, सतलुज-यमुना के अंतराल क्षेत्र , सुध , मिताथल, राजा करण का टीला और बालू तथा गुजरात में लोथल और भागात्रोव में उत्खनन का कार्य किया और उनकी रिपोर्ट भी प्रकाशित हुई अपनी अनेक खोजों से उन्होंने हरयाणा भू-भाग के प्राचीन इतिहास को सामने लाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है
उनके जाने से इतिहास के एक युग का अंत हो गया है

आइये उन्हें श्रद्धांजलि दें